PANI BHARE SADAK PE JAB AAP FANS JAYE YA SADAK PAR BHARE PANI ME CHALANI PADE GADI , TO KYA KARNA CHAHYE, DEKHIYE YEH UPAY.
PANI BHARE SADAK PE JAB AAP FANS JAYE YA SADAK PAR BHARE PANI ME CHALANI PADE GADI , TO KYA KARNA CHAHYE, DEKHIYE YEH UPAY.
पानी में जब कार फंस जाये या जब सड़क पर भरे पानी में चलानी पड़े कार तो क्या उपाय करना चाहिए। और कोनसी बाते ध्यान में रखनी चाहिए।
बारिश का मौसम सबको पसंद होता हे। एक और किशानो को फसल के लिए बारिश की मौसम का इंतजार रहता हे। तो कुल मिलकर देखा जाये तो सभी को मानसून का यह मौसम का इंतजार रहता हे।
लेकिन यह सुहाने मौसम और ठंडी फुहारे के अलावा बारिश का एक रूप और भी हे। जो लोगो की परेशानी का सबब बन जाता हे। खास करके भारत में ऐसा देखने को मिलता हे। जब इस मौसम में ड्राइव करना पड़े तो लोगो को खासी समस्याओ का सामना करना पड सकता हे। ज्यादातर सड़को पर भरा पानी , लम्बे जाम और धीमी गति से रेंगता हुआ ट्रैफिक , परेशानिया बढ़ा देता हे।
ऐसे में आपको इस कंडीशन ( जल भराव वाली सड़क पर ) में ड्राइव करना पड़ा तो कोनसी बातो का ख्याल रखना चाहिए , देखते हे दोस्तों।
सेंटर लेन में ही गाड़ी चलाये
अगर किसी सड़क पर पानी भरा हे और उस सड़क के अलावा आपके पास कोई और ऑप्शन नहीं हे , तो ऐसी स्थिति में कोशिश करे की आप सड़क की सेंटर लेन यानि बिच के लेन में ही गाड़ी चलाये। क्योकि सड़के इस तरह बनायीं जाती हे की उन पर जलभराव ना हो ,और इसके लिए सड़को को भारत में लेफ्ट साइड पर थोड़ी जुकी होती हे। ताकि पानी आसानी से सड़क से हैट जाये। इसका मतलब हे की सबसे काम पानी सेंटर लेन में ही होता हे।
इंजन का सामान्य से ज्यादा एक्सेलरेट करे
सबसे पहली कोशिश तो यह होनी चाहिए की आप किसी भी जलभराव वाली सड़क पर गाड़ी लेकर न जाये। लेकिन अगर आपको पानी से होकर गाड़ी निकलने की जरुरत पड जाये तो ध्यान दे की पानी से कार निकलते समय आप कार को पहले गेयर में रखे। और साथ ही सामान्य से थोड़ा ज्यादा ही एक्सेलरेट करे यानि क्लच पर पैर रखकर ही कार को थोड़ा ज्यादा स्पीड दे। इसमें आपकी गाड़ी पानी में बंद नहीं होगी। और साथ में ऐसा करने से पानी गाड़ी के एग्जॉस्ट के अंदर दाखिल होकर गाड़ी के इंजन को नुकसान नहीं पंहुचा पायेगा।
गाड़ी धीरे चलाये
बारिश की मौसम में कोशिश करनी चाहिए की गाड़ी को धीरे ही चलाये। क्योकि जायदातर चालू बारिश में विजिबिलिटी कम ही रहती हे। इससे आप ज्यादा दूर का साफ साफ नहीं देख पाते हे। इसके अलावा टायरों का घर्षण भी हो जाता हे। पानी भरी सड़क पर गाड़ी चलते समय यह भी ध्यान दे की आप ब्रेक और थ्रोटल का भी आराम से इस्तेमाल करे। ऐसी स्थिति में अचानक से ब्रेक मारने और गाड़ी को स्पीड देने से घर्षण कम होने के कारन गाड़ी का नियंत्रण बिगड़ सकता हे। गीली सड़को पर ब्रेकिंग डिस्टेंस ( ब्रेक मारने पर जितनी जगह में गाड़ी रूकती हे ) भी बढ़ जाता हे। ज्यादातर कॉन्क्रीट और सीमेंट से बनी सड़को पर यह डिस्टेंस ज्यादा बढ़ जाता हे। तो बारिश की मौसम में इस तरह की सड़को पर गाड़ी चलाते समय यह बात ध्यान में रखनी चाहिए।
एक्सेलेरेटर पेडल को लगातार दबाये रखे
पानी भरी हुई सड़क से कार को निकलते समय एक्सेलेरेटर पेडल को थोड़ा दबाकर ही रखे। साथ ही स्पीड एक समान रखने की कोशिश करे। इसके साथ साथ गेयर बदलने की जरुरत पड़े तो ध्यान दे की थ्रोटल को थोड़ा दबाकर ही रखे। और गेयर बदले। अगर आपने पहले या दूसरे गेयर पर गाड़ी चलाएंगे तो आपको ज्यादा एक्सेलेरेटर पेडल दबाने पर भी समान स्पीड रखने में आसानी हो जाएंगी। ऐसा करने से पानी एग्जॉस्ट से होकर आपकी गाड़ी के इंजन तक नहीं पहुंच पायेगा।
अगर पानी कार के दरवाजो तक आ जाये तो कार से निकल जाना ही ठीक रहेगा
अगर पानी गाड़ी के दरवाजो के लेवल तक आ जाये तो कोई सुरक्षित स्थान पे कार को पार्क करके गाड़ी से बहार निकल जाना ही ठीक रहता हे। क्योकि इतना लेवल बढ़ जाने के बाद पानी गाड़ी में दाखिल हो सकता हे। जिससे कार की इलेक्ट्रॉनिक वायरिंग में शॉट सर्किट हो सकता हे। कई मामलो में देखा गया हे की शॉट सर्किट की स्थिति में गाड़ी की सेंटर लॉकिंग और खिड़किया के कांच काम करना बंद कर देते हे। ऐसे में गाड़ी लॉक भी हो सकती हे। तो बेहतर होगा की गाड़ी को पार्क करके कार से बाहर निकला जाये।
पानी में चलते समय गाड़ी बंद हो जाये तो उसे दुबारा स्टार्ट न करे
पानी में से कार को निकलते समय गाड़ी बंद हो जाये तो दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश न करे। इंजन में पानी जाने से गाड़ी का इंजन सीज भी हो सकता हे। साथ ही अगर पानी में फंसी गाड़ी को बार बार स्टार्ट करने की कोशिश की जाये तो एग्जॉस्टसे होकर और ज्यादा पानी इंजन तक पहुंच सकता हे। और इंजन को ज्यादा नुकसान पंहुचा सकता हे। इसके अलावा पानी में फंसी गाड़ी का बोनेट खोलने की गलती भी न करे। ऐसा करके आप पानी को गाड़ी में जाने का रास्ता देंगे। ऐसी स्थिति में गाड़ी को किसी अन्य गाड़ी से खींचकर बहार बिकलना ही बेहतर हो सकता हे।
हेडरेस्ट से कांच भी तोडा जा सकता हे
किसी शॉट सर्किट या किसी और वजह से गाड़ी का दरवाजा और खिड़की न खुल रही हो तो ऐसे में सबसे पहले सीट के ऊपर लगे हेडरेस्ट को निकाले और खिड़की का शीशा तोड़ने की कोशिश करे। आपको बता दे की हेडरेस्ट का एक सिरा काफी नुकीला बनाया जाता हे , ताकि किसी इमर्जेन्सी की स्थिति में उससे शीशे तोड़े जा सके।
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पानी में जब कार फंस जाये या जब सड़क पर भरे पानी में चलानी पड़े कार तो क्या उपाय करना चाहिए। और कोनसी बाते ध्यान में रखनी चाहिए।
बारिश का मौसम सबको पसंद होता हे। एक और किशानो को फसल के लिए बारिश की मौसम का इंतजार रहता हे। तो कुल मिलकर देखा जाये तो सभी को मानसून का यह मौसम का इंतजार रहता हे।
लेकिन यह सुहाने मौसम और ठंडी फुहारे के अलावा बारिश का एक रूप और भी हे। जो लोगो की परेशानी का सबब बन जाता हे। खास करके भारत में ऐसा देखने को मिलता हे। जब इस मौसम में ड्राइव करना पड़े तो लोगो को खासी समस्याओ का सामना करना पड सकता हे। ज्यादातर सड़को पर भरा पानी , लम्बे जाम और धीमी गति से रेंगता हुआ ट्रैफिक , परेशानिया बढ़ा देता हे।
ऐसे में आपको इस कंडीशन ( जल भराव वाली सड़क पर ) में ड्राइव करना पड़ा तो कोनसी बातो का ख्याल रखना चाहिए , देखते हे दोस्तों।
सेंटर लेन में ही गाड़ी चलाये
अगर किसी सड़क पर पानी भरा हे और उस सड़क के अलावा आपके पास कोई और ऑप्शन नहीं हे , तो ऐसी स्थिति में कोशिश करे की आप सड़क की सेंटर लेन यानि बिच के लेन में ही गाड़ी चलाये। क्योकि सड़के इस तरह बनायीं जाती हे की उन पर जलभराव ना हो ,और इसके लिए सड़को को भारत में लेफ्ट साइड पर थोड़ी जुकी होती हे। ताकि पानी आसानी से सड़क से हैट जाये। इसका मतलब हे की सबसे काम पानी सेंटर लेन में ही होता हे।
इंजन का सामान्य से ज्यादा एक्सेलरेट करे
सबसे पहली कोशिश तो यह होनी चाहिए की आप किसी भी जलभराव वाली सड़क पर गाड़ी लेकर न जाये। लेकिन अगर आपको पानी से होकर गाड़ी निकलने की जरुरत पड जाये तो ध्यान दे की पानी से कार निकलते समय आप कार को पहले गेयर में रखे। और साथ ही सामान्य से थोड़ा ज्यादा ही एक्सेलरेट करे यानि क्लच पर पैर रखकर ही कार को थोड़ा ज्यादा स्पीड दे। इसमें आपकी गाड़ी पानी में बंद नहीं होगी। और साथ में ऐसा करने से पानी गाड़ी के एग्जॉस्ट के अंदर दाखिल होकर गाड़ी के इंजन को नुकसान नहीं पंहुचा पायेगा।
गाड़ी धीरे चलाये
बारिश की मौसम में कोशिश करनी चाहिए की गाड़ी को धीरे ही चलाये। क्योकि जायदातर चालू बारिश में विजिबिलिटी कम ही रहती हे। इससे आप ज्यादा दूर का साफ साफ नहीं देख पाते हे। इसके अलावा टायरों का घर्षण भी हो जाता हे। पानी भरी सड़क पर गाड़ी चलते समय यह भी ध्यान दे की आप ब्रेक और थ्रोटल का भी आराम से इस्तेमाल करे। ऐसी स्थिति में अचानक से ब्रेक मारने और गाड़ी को स्पीड देने से घर्षण कम होने के कारन गाड़ी का नियंत्रण बिगड़ सकता हे। गीली सड़को पर ब्रेकिंग डिस्टेंस ( ब्रेक मारने पर जितनी जगह में गाड़ी रूकती हे ) भी बढ़ जाता हे। ज्यादातर कॉन्क्रीट और सीमेंट से बनी सड़को पर यह डिस्टेंस ज्यादा बढ़ जाता हे। तो बारिश की मौसम में इस तरह की सड़को पर गाड़ी चलाते समय यह बात ध्यान में रखनी चाहिए।
एक्सेलेरेटर पेडल को लगातार दबाये रखे
पानी भरी हुई सड़क से कार को निकलते समय एक्सेलेरेटर पेडल को थोड़ा दबाकर ही रखे। साथ ही स्पीड एक समान रखने की कोशिश करे। इसके साथ साथ गेयर बदलने की जरुरत पड़े तो ध्यान दे की थ्रोटल को थोड़ा दबाकर ही रखे। और गेयर बदले। अगर आपने पहले या दूसरे गेयर पर गाड़ी चलाएंगे तो आपको ज्यादा एक्सेलेरेटर पेडल दबाने पर भी समान स्पीड रखने में आसानी हो जाएंगी। ऐसा करने से पानी एग्जॉस्ट से होकर आपकी गाड़ी के इंजन तक नहीं पहुंच पायेगा।
अगर पानी कार के दरवाजो तक आ जाये तो कार से निकल जाना ही ठीक रहेगा
अगर पानी गाड़ी के दरवाजो के लेवल तक आ जाये तो कोई सुरक्षित स्थान पे कार को पार्क करके गाड़ी से बहार निकल जाना ही ठीक रहता हे। क्योकि इतना लेवल बढ़ जाने के बाद पानी गाड़ी में दाखिल हो सकता हे। जिससे कार की इलेक्ट्रॉनिक वायरिंग में शॉट सर्किट हो सकता हे। कई मामलो में देखा गया हे की शॉट सर्किट की स्थिति में गाड़ी की सेंटर लॉकिंग और खिड़किया के कांच काम करना बंद कर देते हे। ऐसे में गाड़ी लॉक भी हो सकती हे। तो बेहतर होगा की गाड़ी को पार्क करके कार से बाहर निकला जाये।
पानी में चलते समय गाड़ी बंद हो जाये तो उसे दुबारा स्टार्ट न करे
पानी में से कार को निकलते समय गाड़ी बंद हो जाये तो दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश न करे। इंजन में पानी जाने से गाड़ी का इंजन सीज भी हो सकता हे। साथ ही अगर पानी में फंसी गाड़ी को बार बार स्टार्ट करने की कोशिश की जाये तो एग्जॉस्टसे होकर और ज्यादा पानी इंजन तक पहुंच सकता हे। और इंजन को ज्यादा नुकसान पंहुचा सकता हे। इसके अलावा पानी में फंसी गाड़ी का बोनेट खोलने की गलती भी न करे। ऐसा करके आप पानी को गाड़ी में जाने का रास्ता देंगे। ऐसी स्थिति में गाड़ी को किसी अन्य गाड़ी से खींचकर बहार बिकलना ही बेहतर हो सकता हे।
हेडरेस्ट से कांच भी तोडा जा सकता हे
किसी शॉट सर्किट या किसी और वजह से गाड़ी का दरवाजा और खिड़की न खुल रही हो तो ऐसे में सबसे पहले सीट के ऊपर लगे हेडरेस्ट को निकाले और खिड़की का शीशा तोड़ने की कोशिश करे। आपको बता दे की हेडरेस्ट का एक सिरा काफी नुकीला बनाया जाता हे , ताकि किसी इमर्जेन्सी की स्थिति में उससे शीशे तोड़े जा सके।
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PANI BHARE SADAK PE JAB AAP FANS JAYE YA SADAK PAR BHARE PANI ME CHALANI PADE GADI , TO KYA KARNA CHAHYE, DEKHIYE YEH UPAY.
Reviewed by Comnetin
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रविवार, जुलाई 01, 2018
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