तंबाकू के पौधे के फायदे - Tambaku Khaane Ke Fayde in Hindi
तंबाकू को कई तरीके से लोग सेवन करते हैं. कई लोग इसे चुने के साथ रगड़ करके मुंह में रखते हैं तो कई इसे सिगरेट या बीड़ी के रूप में धूम्रपान के लिए इस्तेमाल करते हैं. आइए तंबाकू खाने के फ़ायदों को इस लेख के माध्यम से जानने का प्रयास करें.
तंबाकू खाने के फायदे |
बेशक तंबाकू जहरीला और नशीला पदार्थ है लेकिन जिस पौधे से यह बनता है, उसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, बस आपको इस्तेमाल करना आना चाहिए। इस लेख में जानिए इससे आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
तंबाकू क्या है?
तंबाकू वास्तव में एक पौधा है जिसका नाम निकोटियाना टैबकम (Nicotiana tabacum) है। यह लगभग 5 मीटर ऊंचा होता है। यह कई देशों में पाया जाता है। इस पौधे की पत्तियों को सूखाकर ही तंबाकू बनता है।तम्बाकू एक पौधा है, जो आमतौर पर जंगलों में पाया जाता है। तम्बाकू के पौधों की लंबाई 90 सेंटीमीटर से अधिक नहीं होती है। तम्बाकू के पत्तों को सुखाकर ही तम्बाकू का निर्माण किया जाता है। तम्बाकू में नशीला पदार्थ पाया जाता है, जिसके कारण लोग नशे के लिए इसका सेवन करते हैं। तम्बाकू का सेवन लोग गुटखा, सिगरेट, हुक्का और सीधे तौर भी करते हैं। जो धीरे-धीरे जानलेवा साबित होता है।
तम्बाकू के प्रकार - Types of Tobacco in hindi
तंबाकू उद्योगों में 4 मुख्य प्रकार के तंबाकू का उपयोग तंबाकू उत्पाद बनाने के लिए किया जाता है -
1. वर्जीनिया तंबाकू
वर्जीनिया तम्बाकू की सबसे बहुमुखी किस्मों में से एक है। सूखा कर और अन्य प्रक्रियाओं के माध्यम से कई अलग-अलग प्रकार की विशेषताओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये किस्म मूल रूप से देशी उत्तरी अमेरिकियों द्वारा उगाई जाती थीं और यह तंबाकू हल्की और मीठी या स्ट्रांग और मिट्टी जैसे स्वाद वाली हो सकती है।
2. बर्ली तम्बाकू
बर्ली नामक किस्म में लगभग शून्य शर्करा होता है। आमतौर पर निकोटीन का स्तर मध्यम होता है। बर्ली किस्म सुनहरे भूरे रंग की होती है और उत्तरी अमेरिका में व्हाइट बर्ली के रूप में जानी जाती है।
3. ओरिएंटल तम्बाकू
आमतौर पर वर्जिनिया, कैवेन्डिश और बर्ली के साथ मिश्रित किया जाता है। इस तंबाकू का सेवन अनुभवी धूम्रपान करने वालों के बीच लोकप्रिय हैं क्योंकि इसका स्वाद अक्सर बहुत समृद्ध और तेज लगता हैं। लताकिया सबसे बड़े पैमाने पर और व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली ओरिएंटल किस्म है।
4. ब्लेंडेड तम्बाकू
यह ओरिएंटल, वर्जीनिया और बर्ली किस्म की तम्बाकू का मिश्रण होता है।
तंबाकू नशीला क्यों होता है
rxlist की एक रिपोर्ट (Ref) के अनुसार, तंबाकू के पौधे की पत्तियों में एनाबेसिन नामक एक रसायन होता है। वास्तव में यही रसायन इसकी सबसे बड़ी ताकत है। ऐसा माना जाता है कि यह रसायन काफी नशीला और जहरीला होता है। यही वजह है कि इसका सेवन किए जाने से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं।
तंबाकू के पौधे के फायदे
रिपोर्ट में बताया गया है कि इसके पत्तों के इस्तेमाल से कई तरह स्वास्थ्य फायदे भी हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि तंबाकू को त्वचा पर लगाने से कीड़ों को दूर भगाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा इसके यह फायदे भी हैं-
अंडकोष की सूजन
तंबाकू के पत्तों पर तिल का तेल लगाकर हल्का सा गर्म कर लें. इसके बाद तंबाकू के गर्म पत्तों को अंडकोषों पर बांधने से सूजन ठीक हो जाती है.
दांतों का दर्द
- तम्बाकू की पत्तियों को नमक के साथ बारीक पीसकर रख लें. इस मंजन से प्रतिदिन सुबह-शाम मुंह धोने से दांतों का दर्द ठीक हो जाता है तथा इससे मसूढ़ों की सूजन भी खत्म होती है.
- तम्बाकू का मंजन बनाकर मंजन करने से दंतशूल (दांतों का दर्द) नष्ट होता है
दमा
तम्बाकू को जलाकर राख बना लें. इस राख की 250 मिलीग्राम की मात्रा को पान के पत्ते में रखकर प्रतिदिन खाने से दमा रोग ठीक हो जाता है.
खांसी
पीने वाली तम्बाकू की लकड़ी को जलाकर उसकी राख को इकट्ठा कर लें. इस राख की 12 मिलीग्राम मात्रा को 2 मिलीग्राम कालानमक के साथ पीसकर सेवन करने से तेज से तेज खांसी और काली खांसी भी ठीक हो जाती है.
बालों का झड़ना
तम्बाकू 20 ग्राम तथा कनेर के पत्ते 20 ग्राम को जलाकर राख बना लें और इस राखा को 100 मिलीलीटर सरसों के तेल में मिलाकर गर्म करें. इसके बाद तेल को ठंडा करके सिर में लगायें इससे बाद झड़ना रुक जाता है.
रतौंधी
देशी तम्बाकू के सूखे पत्तों को पीसकर कपड़े मे छानकर सलाई से सुबह और शाम आंखों में लगाएं. इस प्रकार से प्रतिदिन उपचार करने से रतौंधी में लाभ मिलता है.
कमर दर्द
तंबाकू के पत्तों पर हल्का-सा तेल लगाकर कमर पर बांधने से शीत लहर से उत्पन्न कमर का दर्द ठीक हो जाता है.
धनुष्टंकार
तम्बाकू के पत्ते को पानी में उबालकर पानी को छानकर पिचकरी द्वारा रोगी के मलद्वार में हल्का पहुंचाया जाए तो धनुष्टंकार में लाभ मिलता है.
गठिया
3 लीटर पानी में 1 किलो तम्बाकू भिगो दें. भिगोए हुए पानी में तम्बाकू मसलकर छान लें, फिर इसमें तिल का तेल मिलाकर रोजाना सुबह-शाम मालिश करने से गठिया का दर्द दूर हो जाता है.
पीलिया
तम्बाकू का धूम्रपान करने से पाण्डु रोग में शीघ्र लाभ मिलता है.
बच्चों के अंडकोष की सूजन
काली तम्बाकू के पत्तें पर एरण्डी का तेल लगाकर इसे आग से सेंके फिर इसे अंडकोष पर बांधे. इस प्रकार से उपचार करने पर अंडकोष की सूजन ठीक हो जाती है.
शरीर में सूजन
शरीर पर सूजन होने पर तम्बाकू के पत्ते को आग पर सेंककर इससे शरीर की सूजन युक्त स्थान पर सिंकाई करें. ऐसा करने से शरीर के किसी भी स्थान की सूजन दूर हो जाती है.
कैसे करें इस्तेमाल
NCBI पर प्रकाशित एक रिपोर्ट (Ref) के अनुसार, पौधे की ताजी हरी पत्तियों की गंध को सूंघने से सिरदर्द से राहत मिल सकती है। यह सर्दी-जुकाम सर राहत पाने के लिए पत्तों के चूर्ण को मुंह के अंदर चारों ओर मलना चाहिए। घाव को ठीक करने के लिए उस पर पत्तों को कुचलकर बांधना चाहिए। गर्म पानी में पत्तों को उबालकर और उसमें नमक डालकर गरारे करने से गले की ग्रन्थियों के रोग ठीक हो जाते हैं।
तंबाकू के दुष्प्रभाव
जब इसे मुंह से लिया जाता है तो यह पूरी तरह असुरक्षित होता है। इसमें एनाबेसिन नामक जहरीला रसायन होता है। इसके सेवन से दिल धड़कना बंद हो सकता है, ब्रेन डैमेज हो सकता है, मांसपेशियों में गंभीर कमजोरी और ऐंठन हो सकती है, उल्टी, सांस लेने में समस्या, दौरे, हाई ब्लड प्रेशर और यहां तक की मौत हो सकती है। बेशक तंबाकू के कई फायदे हैं लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि इसके दुष्परिणाम अधिक गंभीर है इसलिए इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए।
बीमारी के लिए तंबाकू के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए तंबाकू का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।
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